DAV कक्षा 7 संस्कृत में सावधिक शब्दों का उपयोग वाक्यों में क्रियाओं के साथ जुड़ने के लिए किया जाता है। यहाँ प्रथम सावधिक, द्वितीय-सावधिक, तृतीय सावधिक, और चतुर्थ-सावधिक के बारे में जानकारी दी गई है:
प्रथम सावधिक
प्रथम सावधिक में क्रिया के साथ "तः" या "तु" जोड़ा जाता है। उदाहरण:
- करोतः (वह करता है)
- गच्छतु (वह जाता है)
द्वितीय-सावधिक
द्वितीय-सावधिक में क्रिया के साथ "सि" या "षि" जोड़ा जाता है। उदाहरण:
- करोषि (तुम करते हो)
- गच्छसि (तुम जाते हो)
तृतीय सावधिक
तृतीय-सावधिक में क्रिया के साथ "ति" या "न्ति" जोड़ा जाता है। उदाहरण:
- करोति (वह करती है)
- गच्छन्ति (वे जाती हैं)
चतुर्थ-सावधिक
चतुर्थ-सावधिक में क्रिया के साथ "मि" या "व" जोड़ा जाता है। उदाहरण:
- करोमि (मैं करता हूँ)
- गच्छामि (मैं जाता हूँ)
इन सावधिक शब्दों का उपयोग वाक्यों में क्रियाओं के साथ जुड़ने के लिए किया जाता है, जिससे वाक्य का अर्थ और संदर्भ स्पष्ट होता है।
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